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कैसे शुरू करें मधुमक्खी पालन – Madhumakhi palan in Hindi

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    मधुमक्खी वैज्ञानिक नाम ‘एपिस इंडिका’ है। मधुमक्खी एक सामाजिक कीट है। क्योंकि ये परिवार के रूप में रहती हैं। एक छत्ते में तीन प्रकार की मक्खियां जैसे- रानी, कमेरी एवं नर मधुमक्खियां होती है। एक रानी, 20 से 80 हजार कमेरी और 1 से 2 नर मधुमक्खियां होती हैं। मधुमक्खी पालन चलिए इस लेख के माध्यम से विस्तृत में जानते हैं

    इस जलवायु वनस्पतियों की की उल्लेखनीय विविधता है। विभिन्न क्षेत्रों में हर प्रकार के सरसों सूर्यमुखी, चना, अरहर, मसूर, सोयाबीन तथा मूंगफली, जैसी, तिलहन एवं दलहनी फसलों के व्यापक क्षेत्र इस प्रदेश में है जिनसे मधुमक्खियों को अच्छा पराग एवं मकरंद मिलता है। अच्छा मधु उत्पादन सारंग मक्खियों से प्राप्त होता है।

    1- रानी मधुमक्खी

    यह परिवार की माता एवं जननी होती है। छत्ते के सभी परिवार इसके बच्चे होते है। रानी मधुमक्खी का कार्य सिर्फ अंडे देना है। रानी की आयु 1 से 2 वर्ष तक की होती है जैसे 2 वर्ष की आयु पूर्ण होती है उसकी अंडे देने की क्षमता में कमी आ जाती है।

    2- कमेरी/श्रमिक मधुमक्खी

    इनमें अंडा से विकसित नहीं होते हैं जिसके कारण वे अंडे देने योग्य नहीं होती है। छाते के पूरे परिवार का सारा कार्य कमेरी मधुमक्खियां करती हैं जोकि कॉमेडी मक्खियों की आयु 30 से 60 दिन होता है।

    3- नर मधुमक्खी

    यह रानी मक्खी से थोड़ा छोटी और कमेरी से बड़ी होती है। ये रानी मक्खी को संभोग करके मर जाते हैं इनकी आयु 2 महीने की होती है।

    मधुमक्खी पालन की आवश्यक सामग्री

    मक्खियों को पालने के लिए आवश्यक सामग्रियों में आवश्यक मौन पेटिका, स्टैंड, मधु निष्कासन यंत्र,छत्ताधार, छुरी, रानी रोक पट, रानी रोक द्वार, हाईवे टूल, नकाब, रानी कोषठ रक्षण यंत्र, दस्ताने, धुआं कर ब्रश।

    मधुमक्खी परिवार का उचित प्रबंधन

    मधुमक्खी के छत्ते के परिवार का रखरखाव 100 और 380 सेंटीग्रेड के बीच होती है। उत्तम रखरखाव से इनके परिवार को शक्तिशाली एवं क्रियाशील होते हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए आप किसी सरकारी या मान्यता प्राप्त संस्थान प्रशिक्षण लेकर इस व्यवसाय को कर सकते हैं।

    साधनों की आवश्यकता

    1000 टन मधु के उत्पादन के लिए अनुमानित कम से कम 100000 मौनवंशो की जरूरत पढ़ती है। राज्य में कुल लगभग 2400 मौन आधुनिक मौनगृह चल रहे हैं। इस व्यवसाय से लोगों को रोजगार मिलेगा और आर्थिक स्थिति किसानों का मजबूत होगा। मधुमक्खी पालन

    शहद का प्रयोग

    शहद का प्रयोग अनेक कामों के लिए किया जाता है- जैसे औषध के रूप मे, पूजा के कार्यों के लिए शुबहे श्याम रोज एक छोटा चम्मच स्वास्थ्य शही रखने क्या लिए और कभी-कभी मीठे क्या रूप मे प्रयोग किया जाता है क्यूंकी इसमें प्रोटीन, विटामिन C और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है।

    प्रश्न : एक छत्ते मे कितने तरह की मधुमक्खी होती है?
    उत्तर : एक मौनवंस मे तीन तरह की मधुमक्खी होती है।
    (1) रानी
    (2) कामेरी
    (3) नर

    प्रश्न : मधुमक्खी घूम-घूमकर क्या लाती है?
    उत्तर : मधुमक्खी घूम-घूमकर फूल क्या रस लाती है।

    प्रश्न : मधुमक्खी परिश्रम करके क्या बनाती है?
    उत्तर : मधुमक्खी परिश्रम करके अमृत शहद बनाती है।


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