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सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय की नस्ल । Top Cow Highest Milk Producing and their Breed

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    World Milk Day:1 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। United Nation संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा हर साल मनाया जाता है। दूध उत्पादन क्षेत्र में जीविका एवं आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में बड़ा योगदान है। विश्व भर में अपने स्वास्थ्य को उत्तम एवं जीविका चलाने मैं विश्व में दुग्ध उत्पादन का बड़ा ही महत्व है। इस दिवस को बनाने का मकसद विश्व में वैश्विक आहार के रूप में मान्यता देता देता है।

    सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय की नस्लें।

    कम खर्च में कौन सा गाय पाले।

    विश्व दूध दिवस कब मनाया जाते हैं।

    पशुपालन-पशुपालन को किसी भी दृष्टि से किया जाए तो लाभ ही लाभ है। अगर हमें आत्मनिर्भर एवं कुछ बड़ा करने का ललक है तो हमें इन सब व्यवसाय मे आगे आकर अपने आर्थिक स्थिति को मजबूत ही नहीं नाम भी कर सकते हैं। एक बार गौ माता का सेवा तो करके तो देखें आनंद ही आनंद।

    गाय की नस्लें

    #१. साहीवाल गाय

    सहीवल गाय नं 1

    साहीवाल गाय के दुग्ध का उत्पादन प्रतिदिन 10 से 16 लीटर दूध देने की क्षमता होती है। यह अपने दूध काल के दौरान औसतन 2270 लीटर दूध देती है। विदेशी गाय की तुलना में ये गाय कम दूध देती है। इनके दूध में काफी वसा पाया जाता है। यह नस्ल बहुत ही अच्छा है इनमें कम खर्च है हर तापमान सहन करने की क्षमता है।

    यह गाय एक विशेष त्वचा वाली नस्ल की प्रजाति है। जो हर जलवायु को सहन कर लेती हैं। साहीवाल गाय का नस्ल लाल एवं चौड़े कान लंबी पूछ की होती है। गाय का भार 320 किलो के अंतर्गत होती है। इनके प्रजनन की अवधि 15 महीने के अंतराल में होता है।

    साहीवाल नस्ल की प्रजाति की कीमत 70000 से 75000 कीमत से शुरू होते हैं इन गायों को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार में पाया जाता है। पशुपालकों को इन नस्ल की गाय को खरीदने के लिए हरियाणा के करनाल, हिसार से खरीद सकते हैं। इन गायों को कई देशों में निर्यात भी किया जाता है।

    #२. गिर गाय

    गिर गाय

    गुजरात के दक्षिण में गिर जंगल है इसी वजह से इस गाय का नाम गिर गाय पड़ गया। इस नस्ल में स्वर्ण कपिला देवमणि कपिला अच्छी गाय मानी जाती हैं। गिर नस्ल की गाय का मूल स्थान गुजरात है। गिर गाय भारत की सबसे दुधारू गाय है। यह गाय प्रतिदिन 20 लीटर से अधिक दूध देती है। इनका थन बहुत बड़ा होता है। यह 12 से 15 साल तक जीवित रहती हैं अपने जीवन काल में 6 से 12 बछड़े पैदा कर सकती हैं।

    यह गाय आसानी से हर जलवायु में रह सकती हैं। इस गाय की कीमत देश में ही नहीं विदेशों में मांग काफी है इस गाय का निर्यात विदेशों में भी है। ब्राजील ऐसे देश में भारत के गाय को पाला जाता है।

    #३. हरियाणवी गाय

    हरियाणवी गाय

    हरियाणवी गाय प्रतिदिन 20 लीटर के लगभग दूध देती हैं। इस गाय को दुग्ध व्यवसाय करने वाले काफी पसंद करते हैं। हरियाणा के हिसार के रहने वाले व्यवसाय इस गाय से दूध का राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया है। आज के समय में वैज्ञानिक तकनीकी के माध्यम से विदेशी गाय की अपेक्षा देसी गाय भी ज्यादा दूध देने लगी हैं।

    हरियाणवी गाय में बहुत कम बीमारी होती है। इस नस्ल की गाय मैं रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होता है। इस गाय को 45 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान में कोई भी फर्क नहीं पड़ता हरियाणवी सूखा भूसा,घास, चोकर, खली आहारा लेकर काफी स्वस्थ रहती है। इस गाय के बछड़े से अच्छा बैल मिलते हैं इसलिए इस गाय को पाला जाता है।

    वैज्ञानिक अनुसंधानो द्वारा गाय में काफी सुधार लाया जा रहा है। देसी गाय की नस्ल में दिन प्रतिदिन सुधार हो रहा है देसी नस्ल की गाय हरियाणवी सीमन से सातवीं संतान में नंबर 1 नस्ल की हो जाती हैं।

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    #४. राठी गाय

    Rathi Cow ।। राठी गाय

    यह गाय प्रतिदिन 8 से 12 लीटर दूध देती है। राठी गाय की त्वचा तीन कलर के मिश्रण का रंग होता है भूरा, सफेद, काला राठी गाय का वजन 280 किलोग्राम से 300 किलोग्राम तक होता है। यह गाय भारत के किसी भी क्षेत्र में रह सकती हैं। इस गाय को राजस्थान के बीकानेर में पाया जाता है।

    इसके नस्ल साहिवाल के नस्ल से मिलते जुलते हैं।राठी गाय की त्वचा बहुत ही आकर्षित होता है। इनके सींग मध्यम आकार एवं अंदर की ओर मुड़े होते हैं। इनका चेहरा चावड़ा एवं पूछ लंबी होती है। राठी गाय के बछड़े बहुत ही मेहनती होते हैं।

    #५. लाल सिंधी गाय

    लाल सिंधी गाय

    लाल सिंधी गाय को अधिक दूध देने के लिए जाना जाता है। लाल सिंधी गाय सालाना 2000 से 3000 लीटर देती हैं। इस नस्ल की गाय हरियाणा पंजाब कर्नाटक तमिलनाडु में पाए जाते हैं। इनका नाम लाल सिंधी क्यों पड़ा लाल होने के नाते लाल सिंधी पड़ गया।

    गयो में कई प्रकार की नस्लें पाई जाती हैं लाल सिंधी गाय मुख्यतः साधारण आहार देसी गाय की तरह है। लाल सिंधी गाय साहिवाल के कलर में होती हैं इनकी औसतन वजन 350 किलोग्राम लगभग की होती हैं दुधारू पशुओं में इनका स्थान काफी अच्छा है।

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    #६. होल्सटीन (फ्रीजियन) | गाय पालन

    होल्सटीन (फ्रीजियन) | गाय पालन

    फ्रीजियन गाय प्रतिदिन 25 लीटर दूध देती है। दूध में 3.5 से 4.0 प्रतिशत वसा का मात्रा होती है। फ्रीजियन की मिश्रित नस्ल की गाय 10 से 15 लीटर दूध देती है। यह गाय नीदरलैंड से विकसित हुई है। यह गाय काली,सफेद चित्कावर कलर की होती है। अब इस नस्ल क्या ऐसा वीर्य उपलब्ध है। केवल बछिया पैदा होगी। डेयरी फार्म के लिए यह गाय बहुत ही उपयोगी है।

    यह गाय के लिए कोई विशेष आवास की आवश्यकता नहीं है। केवल इनको धूप से बचाना है और छाए में रखना है 0 डिग्री सेंटीग्रेड से 25 डिग्री सेंटीग्रेड में आसानी से रह लेती है। ऐसा नहीं है कि इन गांवों में समस्या नहीं है समय समय से टीकाकरण एवं डॉक्टर के सलाह में रहना बहुत जरूरी है क्योंकि यह गाय की प्रजाति शुष्क जलवायु की है। और इनकी आहार में विशेष ध्यान देना पड़ेगा।

    नोट-नमस्कार दोस्तों यह लेख ज्यादा दूध देने वाली गायों के बारे में जानकारी दी गई है।और ज्यादा जानकारी के लिए अधिकृत वेबसाइट को पढ़ें।


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